आयुर्वेदिक दवा का असर सत्तर वर्षीय बुजुर्ग शुरू किया चलना
आयुर्वेदिक दवा का असर सत्तर वर्षीय बुजुर्ग शुरू किया चलना
सहरसा - आयुर्वेदिक दवा का ऐसा असर की सत्तर वर्षीय बुजुर्ग बेड छोड़ कर बाजार में टहलना शुरू कर दिया। मालूम हो कि बाजार में विभिन्न तरह के दवाई मिलते है और उनका असर भी लोगों को प्राप्त होता है। यही नही करोड़ो के आबादी में लाखों लोग अस्वस्थ है और विभिन्न ईलाज के माध्यम से स्वस्थ होते है। लेकिन एसलुपियस वैलनेस कंपनी की आयुर्वेदिक दवा ने पटोरी निवासी सत्तर वर्षीय विनय वर्मा पर काला जादू कर दिया।
विनय कुमार वर्मा अपने घुटनों के दर्द से परेशान थे यहीं नही कई जगहों पर ईलाज करवा कर वह घर पकड़ लिए। एकाएक उनके जिंदगी में एसलुपियस वैलनेश कंपनी की आयुर्वेदिक दवा आयी और उन्होंने उस दवाई का ऑर्थोडॉक , थंडरब्लास एवं पंच तुलसी प्रोडक्ट लेना शुरू किया। यकीनन ठीक एक महीने के बाद वह बेड से उठकर टहलने लगे। यहीं नही छत की सीढ़ी पर उनका चढ़ना मुश्किल था उस छत के सीढ़ी पर चढ़ने लगे। हालांकि विनय वर्मा ने बताया कि दवा लेने के बाद बेहतर काम किया। जब दवा लेना छोड़ दिये तो पुनः यह परेशानी शुरू हो गयी।
विनय कुमार वर्मा - पीड़ित मरीज
इस दवा से जुड़े सुधांशु शेखर ने बताया कि हमारी इस दवा में तमाम बिमाड़ियों का ईलाज है। उन्होंने बताया कि यही नही केंशर जैसी बीमाड़ी जिस स्टेज पर है और जहां है उनको इस दवाई के माध्यम से रोका जा सकता है। हमारे प्रोडक्ट कम से कम तीन महीने से छह महीने तक लेना पड़ेगा।
सुधांशु शेखर
हालांकि केंशर को पूर्णतया ठीक करने का दावा पेश नही किया। उन्होंने बताया कि हमारी इस कंपनी की दवाई में तमाम बीमाड़ी की ईलाज संभव है तब तो सत्तर वर्षीय बुजुर्ग बेड से उठकर चलना शुरू कर दिया। उन्होंने बताया कि जिस किसी व्यक्ति को किसी बीमाड़ी के विषय में जानकारी चाहिए वह हमारे मोबाइल नंबर 8210702631 पर 24×7 कभी भी संपर्क कर सकते हैं। एसलुपियस वैलनेश सिर्फ दवाई नही कमाई भी है। इस में बेरोजगार युवकों को कमाने का भी सुनहला अवसर प्राप्त हो सकता है।
राजीब झा - सहरसा
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