पूर्व विधायक संजीव झा एनसीएल सिंगरौली मध्यप्रदेश के बने स्वतंत्र निदेशक
पूर्व विधायक संजीव झा एनसीएल सिंगरौली मध्यप्रदेश के बने स्वतंत्र निदेशक
सहरसा - बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने कोशी की धरती पर पहली बार कमल खिलाने वाले पूर्व विधायक संजीव झा को नॉर्दन कोलफील्ड लिमिटेड सिंगरौली मध्यप्रदेश का स्वतंत्र निदेशक प्रतिनियुक्त किया है। जानकारी हो कि पूर्व विधायक संजीव झा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में जुड़ कर अपने छात्र जीबन से राजनीति की शुरुआत की थी। एमएलटी कॉलेज, सहरसा से कॉलेज प्रमुख के तौर पे अपनी राजनीतिक जीवन शुरू करने वाले कोशी में पहली बार कमल खिलाने वाले पूर्व विधायक श्री संजीव झा को भारत सरकार में नई जिम्मेवारी के तौर पर भारत सरकार के कोयला मंत्रालय द्वारा एनसीएल , नॉर्दन कोलफील्ड लिमिटेड का स्वतंत्र निदेशक मनोनीत किया गया।इसकी अधिसूचना कोयला मंत्रालय द्वारा पत्रांक-21/19/2021-BA(III) के माध्यम से जारी की गई।ज्ञात हो कि पूर्व विधायक श्री संजीव कुमार झा ने 2005 में पहली बार विधायक बनने के बाद जो विकास की लकीरें खींची थी उसकी चर्चा आज भी कोसी के जनमानस में होती है और उनके द्वारा तैयार रोडमैप पर अभी भी सहरसा जिला प्रशासन विभिन्न प्रकार के विकास कार्यों को कर रही हैं।माननीय पूर्व विधायक छात्र जीवन से राजनीतिक शुरुआत करने के बाद भारतीय जनता युवा मोर्चा,भारतीय जनता पार्टी में विभिन्न दायित्वों का निर्वहन करते हुए वर्तमान में भाजपा के बिहार प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य है।इन्हें कोशी के जनमानस हिन्दू हृदय सम्राट और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक सच्चे स्वयंसेवक के तौर पर जाने जाते है और कही भी अगर हिंदुत्व की बात होती है तो समाज के लोग इन्हें किन्ही तरह के कार्यक्रमों और विवादों में सबसे पहले याद करते है।
स्वतंत्र निदेशक को कितने विभागों की करनी होगी देखरेख
नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड में ईंधन का कार्य होता है एवं सबसे अत्यधिक कोलफील्ड कोयला का कार्य होता है जहां ईंधन तैयार होता है। कोयला खनन करने वाली मिनी रत्न कंपनी एनसीएल नॉर्दन कोलफील्ड लिमिटेड के नाम से प्रचलित है। यही नही इसी फील्ड के कारण राष्ट्र वर्षों से रोशन कर रही है। एनसीएल मध्यप्रदेश स्थित सिंगरौली जिले में है जिसमें 13 विभागीय कार्मिक विभाग, सामाग्री , प्रबंधन विभाग, सिविल विभाग, इ एंटी विभाग, विधि विभाग, उत्खनन विभाग, विद्युत एवं जन शिक्षा विभाग, मानव संसाधन विभाग, औद्योगिक का विवेचन के बाद वन विभाग, कार्यवाह से विवाह, खान सुरक्षा एवं बचाव विभाग और उत्खनन विभाग मौजूद हैं। जिस तरह की जिम्मेदारी शीर्ष नेतृत्व द्वारा सौंपी गयी है उससे आम जनमानस यही कह रहे हैं कि पार्टी के प्रति ईमानदारी एवं कर्तव्यनिष्ठा को देख कर इतनी बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गयी है।
RAJEEV JHA - SAHARSA
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