देवानंद समर्थकों द्वारा जिला प्रशासन के विरोध में जन अदालत लगाकर किया विरोध प्रदर्शन
देवानंद समर्थकों द्वारा जिला प्रशासन के विरोध में जन अदालत लगाकर किया विरोध प्रदर्शन
देवानंद यादव अगर दोषी है तो ये जन समर्थन किया संकेत कर रही है
सहरसा - जिले के सौरबाजार प्रखंड के रौता खेम गांव के रहने वाले देवानंद यादव के समर्थकों द्वारा भादा गांव स्थित चिमनी पर जिला प्रशासन के विरोध में जन अदालत लगाकर आक्रोष पूर्ण प्रदर्शन किया।जिसमें उक्त पंचायत के हजारों पुरुष और महिला शामिल हुए।
पंचायत चुनाव में देवानंद यादव की पत्नी गुड्डी देवी सौरबाजार प्रखंड अन्तर्गत रौता खेम से मुखिया पद के लिए चुनावी मैदान में थी और खुद देवानंद यादव रामपुर पंचायत से ,लेकिन देवानन्द यादव की हार हो गयी वहीं उनकी पत्नी गुड्डी देवी रौता खेम से जीत गई।
भाड़ी मात्रा में हथियार एवं कारतूस पुलिस ने किया था बरामद
सौरबाजार में प्रखंड में चुनाव के बाद रौता खेम पंचायत अंतर्गत पुलिस अधीक्षक लिपी सिंह ने अपने दल बदल के साथ छापेमारी किया।छापेमारी के दौरान पुलिस ने भारी मात्रा में हथियार,गोली सहित अन्य सामान बरमाद किया था। पुलिस के अनुसार देवानंद यादव के चार समर्थकों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया था। देवानंद यादव की गिरफ्तारी हेतु अनवरत छापामारी कर रही थी।
आत्मसमर्पण के दौरान देवानंद ने कहा था में निर्दोष हूँ मुझे फंसाया गया है।
देवानंद यादव ने आत्मसमर्पण के बाद अदालत के बाहर मीडिया से कहा था जो मैं निर्दोष हूँ एवं मुझे साजिश के तहत फंसाया गया है।मुझे फंसाने में सब विपक्षियों की चाल है एवं राजनीतिक व्यक्ति का हाथ है।पंचायत चुनाव में में खुद उमीदवार था।हालांकि पुलिस अधीक्षक ने जो छापामारी के बाद जो प्रतिक्रिया दिया था उसमें उन्होंने बताया था की जो हथियार बरमाद हुआ है वह देवानंद यादव का ही है।
जन अदालत में आये किसान के नेता जिला अध्यक्ष गणेश कुमार सुमन ने बताया
गणेश कुमार सुमन किसान नेता ने बताया कि जनता की अदालत का मक़सद है जो सही बात प्रशासन और मीडिया के बीच जाय। मीडिया और प्रशासन अभी तक एक पक्षीय कार्यवाही कर रहा है।सच मानिए तो उनकी गिरफ्तारी का रीजनिंग नही है।जो हथियार बरामद की बात करता है वो देवानन्द यादव के घर से तीन चार किलोमीटर दूर पर टोला है जहां वो हथियार मिला है,कोई हथियार में नाम उनका नहीं है।वो किसका हथियार है प्रशासन अभीतक उसको साबित नहीं कर पाया है।वहीं उन्होंने ये भी कहा कि किसने गोली फायरिंग किया है,विरोधी किया है या जो लूट रहा था वो फायरिंग किया है ये भी कोई गारेंटी नही है।यही नहीं फायरिंग करके भगाया गया लोगों को और वही प्रशासन को सूचना दिया कि बूथ पर फायरिंग हो रहा है।
कुर्की जप्ती को लेकर किसान जिला अध्यक्ष को सुनें
कुर्की जप्ती को हम नहीं मानते हैं,क्योंकि कोर्ट का कोई आदेश नहीं था।कुर्की जप्ती उनके घर का होना था।चिमनी पर जो वयापक लूट हुआ उसका भी पर्चा मैं आपलोगों को दे रहा हूँ।जो मुजरिम नहीं था उसके भी घर को लूटा गया है।और क्या सामान ले गया पुलिस उसका भी कोई सीजर लिस्ट नहीं बनाया गया,और ना ही किसी को लिस्ट दिया गया है,।कानून है की जो जप्ती होगी उसका सूची बनेगा और मकान मालिक और उनके परिजन को जप्ती की सूची की कॉपी दी जाएगी,उससे हस्ताक्षर भी लिया जाएगा रिसीविंग का वो सब नहीं लिया गया।उन्होंने पुलिस पर गंभीर आरोप लगते हुए कहा कि यहां से ट्रेक्टर ले गया ,ढाई लाख ईटा लुटा गया,कहाँ है ईटा कौन ले गया ईटा।उतना ही नही देवानंद यादव के यहां कुर्की होता तो पुलिस प्रशासन कुर्की करता ।लेकिन उसके साथ इस इलाके का गुंडा भी इस चिमनी पर लूटने का काम किया। वैसे इस मामले में न्यायालय ही सर्वोच्य है उनका जो फैसला आएगा वहीं सर्वमान्य होगा।
राजीब झा - सहरसा
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